FILE, Types of FILE, FILE Operations, FILE pointer declaration in C language

FILE (फाइल):-
file is used to store logically related data and information permanently in secondary storage. It means if programmer wants to store records and output information permanently in secondary memory then he/she will use file. In 'C' language, user can perform read, write and append etc operations on file.
"To access, store and manipulate data of file stored in computer memory is called file handling".
फाइल का प्रयोग, तार्किक रूप से सम्बंधित डाटा एवं इनफार्मेशन को, सेकेंडरी मेमोरी में स्थायी रूप से रखने के लिए किया जाता है अर्थात यदि प्रोग्रामर रिकॉर्ड एवं आउटपुट को स्थायी रूप से सेकेंडरी मेमोरी में संग्रहित करना चाहता है तब वह फाइल का प्रयोग करता है। सी लैंग्वेज में यूजर फाइल पर रीड , राईट एवं अपेण्ड इत्यादि ऑपरेशन कर सकता है।
"कंप्यूटर मेम्रॉय में उपस्थित फाइल के डाटा को प्राप्त करना, संग्रहित करना एवं परिवर्तित करना फाइल हैंडलिंग कहलाता है।"              

Types of data files :-
डाटा फाइल के प्रकार :- 
Data file are classified into two categories:-
डाटा फाइल को निम्न दो प्रकार से वर्गीकृत किया गया है:- 

1.) On the basis of data, files are of two types:-
डाटा के आधार पर फाइल दो प्रकार की होती है:- 
(A.) Text file (टेक्स्ट फाइल):-
A text file is used to store character stream. User can perform read, write and append operations on a text file in a specific order(ascending or descending). Characters are stored in form of ASCII code (7 bit) in a text file.
एक टेक्स्ट फाइल का प्रयोग करैक्टर स्ट्रीम को संग्रहित करने के लिए किया जाता है। यूजर टेक्स्ट फाइल पर एक निश्चित क्रम में (बढ़ते या घटते हुए ) रीड , राईट एवं अपेण्ड ऑपरेशन कर सकता है। करैक्टर को ASCII कोड (7बिट) के रूप में टेक्स्ट फाइल में रखा जाता है।  
Example:- abc.txt

(B) Binary file (बाइनरी फाइल ):-
Binary files are used to store bytes stream.It means , User can perform read, write and append operations on a binary file in random order. Bytes are stored in form of binary number (0,1) in a binary file. A byte is also called a word. Binary file can able to store text, audio, video, animation, graphic and records etc.
एक बाइनरी फाइल का प्रयोग बाइट स्ट्रीम को संग्रहित करने के लिए किया जाता है। यूजर बाइनरी फाइल पर किसी भी क्रम में रीड , राईट एवं अपेण्ड ऑपरेशन कर सकता है। बाइट को बाइनरी नंबर (0,1) के रूप में बाइनरी फाइल में रखा जाता है।एक बाइट को एक वर्ड भी कहा जाता है। बाइनरी फाइल में टेक्स्ट, ऑडियो,विडियो,एनीमेशन,ग्राफ़िक एवं रिकॉर्ड इत्यादि को रखा जा सकता है।    
Example:- abc.mp3, xyz.jpeg, uvw.avi etc.

Difference between text file and binary file:-
टेक्स्ट फाइल एवं बाइनरी फिओले में अंतर:- 
1) Data is stored in random order in a binary file which is not possible in a text file .
    बाइनरी फाइल में डाटा को यादृच्छिक रूप से रखा जाता है जो टेक्स्ट फाइल में संभव नहीं है।  
2) Binary file and text file are opened in different modes.
    बाइनरी फाइल एवं टेक्स्ट फाइल अलग अलग मोड में ओपन होती है। 
3) user can perform two or more operations simultaneously on binary file ,whereas only one operation will perform at one time on text file.
    यूजर बाइनरी फाइल पर एकसाथ दो या अधिक ऑपरेशन कर सकता है जडकी टेक्स्ट फाइल में एक समय में केवल एक ही ऑपरेशन किया जा सकता है।  
4) The data is stored in form of bytes or words in binary file whereas text file is stored data in form of ASCII code format character (7bit).
    बाइनरी फाइल में डाटा बाइट या वर्ड के रूप में संग्रहित किया जाता है जबकि टेक्स्ट फाइल में डाटा ASCII कोड (7 बिट) के रूप में संग्रहित किया जता है। 

2.) On the basis of accessing, files are of  two types:-
एक्सेसींग के आधार पर फाइल दो प्रकार की होती है:-  

(A) Sequential data file (क्रमबद्ध डाटा फाइल ):-
This type of data file is accessed in ascending or descending order. It is also called serial file.
इस प्रकार की डाटा फाइल बढ़ते हुए या घटते हुए क्रम में एक्सेस की जाती है इसे सीरियल फाइल भी कहा जाता है।  

(B) Random data file(यादृच्छिक डाटा फाइल ):- 
This type of data file is accessed randomly from any place.To access a specific data from file, user will need to provide a special key value(memory address or location).
इस प्रकार की फाइलको यादृच्छिक रूप से किसी भी स्थान से एक्सेस किया जासकता है फाइल का निश्चित डाटा प्राप्त करने के लिए यूजर द्वारा विशेष की-वैल्यू(मेमोरी एड्रेस/ लोकेशन) प्रदान की जाती है।   

Declaration of FILE pointer -
फाइल पॉइंटर का डिक्लेरेशन:-
FILE is a data structure defined in studio.h header file of 'C' library. FILE pointer is used to store initial address of a file being opened.
फाइल एक डाटा स्ट्रक्चर है जिसे सी लैंग्वेज लाइब्रेरी की stdio.h हैडर फाइल में परिभाषित किया गया है। फाइल पॉइंटर , ओपन की जाने वाली फाइल का प्रथम एड्रेस रखता है।    
Syntax -
FILE *file_pointer;

Example -
FILE*fp;
fp=fopen("abc.txt","r");
-------------
-------------
fclose(fp);

Operations performed on a data file:-
फाइल पर किये जाने वाले ऑपरेशन:- 
1) To provide name of file.  फाइल को नाम देना 
2) Perform read operation on file. फाइल को पढ़ना 
3) Perform write operation on file. फाइल पर लिखना 
4) Perform append operation on file. फाइल में नई जानकारी संलग्न करना  
5) Rename of file. फाइल का नाम बदलना  
6)Delete on file. फाइल को नष्ट करना 
7) Copy file to other file etc. फाइल को कॉपी करना इत्यादि। 

No comments:

Post a Comment