Data type specifies the type of data and storage capacity of a variable used in a program.
C language has some predefined built in data types and derived data types to store various types of data.
C language has some predefined built in data types and derived data types to store various types of data.
डाटा टाइप के द्वारा प्रोग्राम में प्रयुक्त, किसी वेरिएबल या कांस्टेंट द्वारा रखे जाने वाले मान (वैल्यू) के प्रकार एवं उसकी संग्रहण क्षमता को परिभाषित किया जाता है। सी लैंग्वेज में कुछ पूर्व परिभाषित बिल्ट इन डाटा टाइप एवं डीराइव् डाटा टाइप का प्रयोग मानों को संग्रहित करने के लिए किया जाता है।
C language supports two types of data types:
सी लैंग्वेज में निम्न दो प्रकार के डाटा टाइप का प्रयोग किया जाता है-
सी लैंग्वेज में निम्न दो प्रकार के डाटा टाइप का प्रयोग किया जाता है-
1. Built-In or Primary data types- These are fundamental data types in C language. Built in data types are defined during programming language creation. for example integer(int), floating point(float), character(char) and void.
Character types are used to store characters value,
Integers are used to store whole numbers and Floating types are used to store real numbers. In following table we represent built in Data Type with their Range, Number of bytes taken and formatted string-
1. बिल्ट इन / प्राइमरी डाटा टाइप- ये मूलभूत डाटा टाइप होते है इन्हें प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के साथ ही तैयार किया जाता है। जैसे - इन्टिजर , फ्लोटिंग पॉइंट , करैक्टर एवं वोइड।
करैक्टर टाइप का प्रयोग अक्षरों को संग्रहित करने, इन्टिजर टाइप का प्रयोग पूर्णांक को संग्रहित करने एवं फ्लोटिंग पॉइंट का प्रयोग वास्तविक संख्याओ को संग्रहित करने के लिए किया जाता है।
निम्न तालिका में मूलभूत डाटा टाइप उनकी रेंज , संग्रहण क्षमता एवं फॉर्मेटेड स्ट्रींग को दर्शाया गया है -
void Type-
void type is used either we don't know the type value being stored in variable or to specify that No value will return by the function.
वोइड टाइप का प्रयोग तब किया जाता है जब प्रोग्रामर को यह ज्ञात ना हो की वेरिएबल में किस प्रकार का मान संग्रहित किया जायेगा या फ़िर वह फंक्शन से कोई मान वापस लौटाना नहीं चाहता है।
Example-
void a;
a=2.5; // float
2. Derived data types-Derived data types are formed with the help of primary datatypes. these are used to create large/complex programs. like array, structure, union and pointer.
2. डीराइव् डाटा टाइप- ये डाटा टाइप मूलभूत डाटा टाइप की सहायता से तैयार किये जाते है इनके द्वारा जटिल एवं वृहद प्रोग्राम निर्मित किये जाते है। जैसे- अरे, स्ट्रक्चर, यूनियन एवं पॉइंटर।
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