Pointer is a special type of variable present in 'C' language, which stores memory address of a variable as its value. Pointer must occupy two bytes in computer memory. Pointer stores unsigned integer value only, which are accessed by %u formatted string. Updation (increment/ decrement) of pointer is according to its datatype.
सी लैंग्वेज में पॉइंटर एक विशेष प्रकार का वेरिएबल होता है जो उसी प्रकार के किसी दुसरे वेरिएबल का मेमोरी एड्रेस (वैल्यू के रूप में) रखता है। पॉइंटर सदैव मेमोरी में दो बाइट ग्रहण करते है। पॉइंटर केवल अनसाइंड इन्टिजर वैल्यू स्टोर करते है जिसे %u फॉरमेटेड स्ट्रींग से एक्सेस किया जाता है। पॉइंटर का अपडेशन उसके डाटा टाइप के अनुसार होता है।
Declaration of pointer:-
Syntax:-
data _ type * pointer _ name;
Example:-
char *p;
int *link;
float *ptr;
double *a;
Initialization of pointer:-
Providing initial value to a pointer variable at the time of its declaration is called initialization of pointer.
पॉइंटर को प्रारंभिक मान प्रदान करना इनिशियलाइजेशन कहलाता है।
Syntax:-
datatype *pointer _ name= &variable _ name;
Example:- 1. float *ptr=&a;
2. float *ptr, x=10, y=25;
ptr=&x;
printf ("x=%f",*ptr);
ptr=&y;
printf ("y=%f",*ptr);
Advantages of pointer:-
1.) Use of pointers increases speed of execution of a C program.
2.) Pointer can able to access user defined data types like array, union, string, structure, function, file etc with normal data type as well.
3.) Function uses pointer in call by reference method.
4.) User can perform dynamic memory allocation through pointers.
5.) Pointer can able to change value of actual argument passed to a function.
पॉइंटर के लाभ-
1.) पॉइंटर के प्रयोग से सी प्रोग्राम का एक्सीक्यूशन तीव्र होता है।
2.) पॉइंटर के द्वारा सामान्य डाटा टाइप के साथ साथ यूजर डिफाइंड डाटा टाइप जैसे अरे,स्ट्रींग,स्ट्रक्चर,यूनियन इत्यादि को भी एक्सेस किया जा सकता है।
3.) फंक्शन की कॉल बाय रिफरेन्स मेथड में पॉइंटर का प्रयोग किया जाता है।
4.) पॉइंटर के द्वारा यूजर डायनामिक मेमोरी एलोकेशन कर सकता है।
5.) पॉइंटर के द्वारा फंक्शन के एक्चुअल आर्गुमेंट की वैल्यू को परिवर्तित किया जा सकता है।
Disadvantages of pointer:-
1.) If pointer variable will update with incorrect memory address, then it will affect other programs.
2.) It is a responsibility of a programmer to free allocated blocks after program execution through pointer, if it was not done then computer system faces memory overflow.
पॉइंटर की हानियाँ -
1.) यदि पॉइंटर को गलत मेमोरी एड्रेस के साथ अपडेट किया जाता है तब यह अन्य प्रोग्राम को हानी पंहुचा सकता है।
2.) यह प्रोग्रामर की जिम्मेदारी है कि वह पॉइंटर द्वारा प्रदत्त मेमोरी को काम हो जाने के पश्चात फ्री करे अन्यथा ओवरफ्लो कंडीशन उत्पन्न हो सकती है।
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